मनीष सिसोदिया ने चुनाव आयोग से शिकायत कर आरोप लगाया है कि कंचन जरीवाला का बीजेपी ने पहले नामांकन रद्द कराने की कोशिश की, फिर जरीवाला और उनके परिवार को धमकी देने लगी। इसके बाद आज पुलिस के साथ मिलकर बीजेपी के लोगों ने जरीवाला को ले जाकर नामांकन वापस करवाया।

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को राज्य में बड़ा सियासी ड्रामा देखने को मिला। दिन की शुरुआत होते ही सूरत पूर्व से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कंचन जरीवाला के गायब होने की खबर आई और दिन चढ़ते ही दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत आप के तमाम नेता जरीवाला का अपहरण होने और परिवार को धमकी मिलने के आरोप लगाने लगे। इस ड्रामे के बीच शाम होते-होते जरीवाला ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
नामांकन वापस लेने के बाद जरीवाला ने देर शाम जो बयान दिया है, उससे आप की भारी किरकिरी हो रही है। दरअसल ‘आजतक’ से बातचीत में जरीवाला ने कहा कि उन्होंने किसी के दबाव में नामांकन वापस नहीं लिया है और न ही उनका या उनके परिवार का अपहरण किया गया था। जरीवाला ने साफ तौर पर कहा कि पार्टी के अंदर गुटबाजी और लोगों की आप के खिलाफ राय के चलते उन्होंने नामांकन वापस लिया है।
साथ ही जरीवाल ने कहा कि मेरे नामांकन वापस लेने का कारण यह है कि सूरत पूर्व विधानसभा में आप कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था। कार्यकर्ता पैसे की मांग करने लगे। मैं इतना सक्षम नहीं हूं कि 80 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये खर्च कर सकूं। उनकी डिमांड इतनी थी कि मैं उसे पूरा नहीं कर सकता था।
कंचन जरीवाला ने परिवार के साथ घर से गायब होने पर सफाई देते हुए कहा कि मेरे घर पर लोगों के लगातार फोन पर फोन आ रहे थे। मेरे साथ परिवार पर भी मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा था, इसलिए मैं फोन बंद कर परिवार के साथ अपने रिश्तेदारों के घर चला गया था। इससे पहले जरीवाला ने कहा कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर बताया है कि मैंने अपना नामांकन अपनी मर्जी से वापस लिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे आप और कांग्रेस के उम्मीदवार असलम सायकलवाला से जान का खतरा है, जिसके लिए मुझे सुरक्षा दी जाए।
गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज केंद्रीय चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर बीजेपी की शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात की सूरत सीट से आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला का बीजेपी ने पहले नामांकन रद्द कराने की कोशिश की और जब नामांकन रद्द नहीं करा पाई तो बीजेपी कंचन जरीवाला और उनके परिवार को धमकी देने लगी। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि पुलिस के साथ मिलकर बीजेपी के लोग कंचन जरीवाला को नॉमिनेशन सेंटर लेकर आए और नामांकन वापस करवाया। हालांकि अब जरीवाला के बयान से आप और बीजेपी दोनों पर सवाल उठ रहे हैं।
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