महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
वीर सावरकर पर राहुल गांधी के दिए बयान के बाद महाराष्ट्र में सियासी उबाल जारी है। वीर सावरकर के मुद्दे पर राहुल गांधी के बयान से उद्धव ठाकरे ने किनारा कर लिया है। उद्धव ठाकरे का कहना है कि उनकी पार्टी सावरकर का बहुत सम्मान करती है। उनके लिए किसी भी टिप्पणी से वह और उनकी पार्टी सहमत नहीं है। उद्धव ठाकरे के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन संकट में आ गया है।
उद्वव ने सावरकर को बताया महाक्रांतिकारी
बीजेपी और शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट लगातार उद्धव ठाकरे गुट को हिंदू विरोधी बताने में जुटे हैं। ऐसे में राहुल गांधी के बयान पर उद्धव ठाकरे की नरमी महाराष्ट्र में बड़ा मुद्दा बन सकती है। वीर सावरकर पर राहुल गांधी के बयान के बाद जहां एक तरफ बीजेपी सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है तो वहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस को साथ लेकर 2024 में बीजेपी को साफ करने का दम भरने वाले उद्धव ठाकरे के लिए मुश्किल की घड़ी है। उद्धव ठाकरे के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि वो राहुल गांधी के बयान का साथ दें, या फिर उसके विरोध में खड़े हों। हालांकि उद्वव ठाकरे ने वीर सावरकर को महाक्रांतिकारी बता कर राहुल गांधी के दावे पर पानी जरुर फेर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सावरकर का बहुत सम्मान करती है और वह राहुल के बयान को स्वीकार नहीं करते हैं।
सावरकर के पोते ने दर्ज कराई FIR
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के जरिए पूरे देश को जोड़ने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनके वीर सावरकर पर दिए बयान के बाद महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में खटपट शुरू हो गई है। शिवसेना उद्धव गुट के कई नेता अंदरखाने राहुल गांधी के बयान का विरोध कर रहे हैं। वहीं वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने इस पूरे मामले पर उद्धव ठाकरे पर सवाल उठाए हैं। रंजीत सावरकर मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई है। वहीं रंजीत सावरकर ने आजादी के बाद पंडित नेहरु के काम पर भी सवाल खड़े किए। रंजीत सावरकर ने आरोप लगाया कि पंडित नेहरु को लेडी माउंटबेटन के जरिए हनी ट्रैप में फंसाया गया।
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