नवनीत राणा ने कहा कि आरती सिंह के कार्यकाल में अमरावती जिले में अपराध अपने चरम पर था और पुलिस अपराधियों पर लगाम लगा पाने में नाकाफी साबित हो रही थी। उमेश कोल्हे हत्याकांड भी आरती सिंह के कार्यकाल में ही हुआ था। अमरावती शहर की कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही थी। सरकार ने इसलिए उनका ट्रांसफर किया। राणा ने कहा कि एक महिला होने के नाते हम उनका समर्थन भी करें तो भी ऐसे अधिकारी को जनता का सपोर्ट नहीं मिलता और उनका तबादला करना पड़ता है। इस तबादले से यह भी साबित होता है कि इस सरकार में भ्रष्टाचार नहीं चलेगा। इस ट्रांसफर से अमरावती के लोग और पुलिस विभाग काफी खुश है।
कौन हैं आरती सिंह
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ आरती सिंह देश की पहली महिला अधिकारी थी जो किसी कमिश्नरेट में पुलिस कमिश्नर के पद पर तैनात थी। उनके काम को कोरोना काल में काफी ज्यादा सराहा का गया था। जब वह मालेगांव में एसपी के पद पर तैनात थीं। तब लॉकडाउन के दौरान वहां लोगों को उन्होंने काफी समझा-बुझाकर नियमों पालन करवाया। इतना ही नहीं उस दौरान लोगों के बीच में पैनिक की सिचुएशन न बने इसके लिए उन्होंने लोगों के बीच में जागरूकता अभियान भी चलाया था।। आआईपीएस अधिकारी होने के अलावा आरती सिंह पेशे से एक डॉक्टर भी हैं।
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