(फोटो क्रेडिट- Geoffrey Seymour फेसबुक)
जेफ्री को दिखा था बाउल कैंसर का ये लक्षण

जेफ्री सीमोर स्थानीय मीडिया से बात करते हुए बताते हैं कि मेरे लिए आंत कैंसर का पहला लक्षण मल में खून आना था। मुझे लगा यह कैंसर का लक्षण हो सकता है, इसलिए बिना देरी किए डॉक्टर से परामर्श किया। यहां मुझे पता लगा कि मुझे 4th स्टेज का कोलोरेक्टल कैंसर है, जो लिवर तक फैल गया है।
हर तीन हफ्ते में हुई 5 कीमोथेरेपी

मार्च 2021 में, कैंसर के डायगनोसिस के बाद सीमोर को फास्ट रिकवरी के लिए हर तीन सप्ताह में 5 कीमोथेरेपी से करवाना होता था। लीवर में फैलने के कारण यह बीमारी जानलेवा बनती जा रही थी। जिसके लिए लिवर सर्जरी करानी पड़ी। लेकिन इससे भी कैंसर रूकने का नाम नहीं ले रहा था। इसके बाद जेफ्री ने जर्मनी में डेंड्रिटिक सेल थेरेपी कराने का फैसला किया। यह एक महंगी थेरेपी है, जिसके लिए जेफ्री लगातार फंडरेजिंग कर रहे हैं।
शुरुआत में दिखने वाले आंत कैंसर के संकेत

Cancer.org के अनुसार, आंत में कैंसर के लक्षणों के विषय में यह याद रखना महत्वपूर्ण है यह सामान्य समस्या बवासीर और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की तरह हो सकती है। ऐसे में इन संकेतों को गंभीर से लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है-
- दस्त
- कब्ज
- मल त्याग की आदत में बदलाव
- मल में रक्त
- पेट दर्द, सूजन या ऐंठन
- गुदा या मलाशय में दर्द या गांठ
- अचानक वजन घटना
- हर समय थकान
- एनीमिया
- पेशाब में खून आना
- बार-बार पेशाब
इन अंगों में फैलता है आंत कैंसर

बाउल कैंसर यूके के अनुसार, यह कैंसर शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है। यह तब होता है जब ट्यूमर के कुछ हिस्से आंत से अलग हो जाते हैं, और अन्य भागों में चले जाते हैं। ऐसे कैंसर को मेटास्टेसिस कहा जाता है। आंत कैंसर आम तौर पर लिवर, फैफड़े, हड्डियों में फैलते हैं।
बाउल कैंसर के साथ आप कब तक जिंदा रह सकते हैं?

Cancer.Net के अनुसार, यदि कैंसर दूसरे अंगो में नहीं फैलता है तो जीवित रहने की उम्मीद 90% तक होती है। यदि कैंसर आसपास के ऊतकों, अंगों या लिम्फ नोड्स में फैल गया है, तो 5 साल की जीवित रहने की दर लगभग 73% होती है। वहीं, यदि कैंसर दूर के हिस्सों में फैल गया है, तो 5 साल की जीवित रहने की दर घटकर केवल 17% रह जाती है।
इन वजहों से बढ़ता है कैंसर का जोखिम

- शारीरिक गतिविधि की कमी
- फल और सब्जियों का कम सेवन करना
- अधिक वजन और मोटापा होना
- शराब का सेवन अधिक होना
- तंबाकू का सेवन
कैसे लगता है आंत कैंसर का पता

कोलोनोस्कोपी, आंत कैंसर का पता लगाने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसका उपयोग बड़ी आंत (कोलन) और मलाशय में – सूजन, इरिटेबल टिश्यू, पॉलीप्स या कैंसर जैसे परिवर्तनों को देखने के लिए किया जाता है। कोलोनोस्कोपी के दौरान, एक लंबी, लचीली ट्यूब (कोलोनोस्कोपी) को मलाशय में डाला जाता है। यह बिल्कुल भी दर्दनाक नहीं होता है।
कैसे करें आंत के कैंसर से बचाव

आंत कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए लाइफस्टाइल में सुधार की आवश्यकता होती है। इसमें स्वस्थ वजन, नियमित शारीरिक गतिविधि, प्रोसेस्ड मीट से परहेज, शराब का कम उपयोग, साबुत अनाज और आहार फाइबर का सेवन, धूम्रपान से तौबा के साथ नियमित रूप से कैंसर की जांच कराना शामिल है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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