Laxmikant Berde Death Anniversary: लक्ष्मीकांत बेर्डे (laxmikant Berde) की बचपन से ही अभिनय की ओर रुझान था. मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने के बाद भी उन्होंने इतना बड़ा सपना देखा, उसे साकार भी किया. हालांकि चॉल में पले-बढ़े लक्ष्मीकांत स्कूल में भी ड्रामा में अक्सर हिस्सा लेते थे. शुरुआती दौर में उन्होंने मराठी फिल्मों में भी काम किया. लेकिन उन्हें साइड रोल निभाने के ही मौके मिलते थे.
लक्ष्मीकांत बेर्डे ने कुछ समय तक साइड रोल किए इसके बाद उन्होंने एक मराठी फिल्म ‘तूर तूर’ में काम किया. यह पहली बार था, जब उन्हें फिल्मों में काम करने का अवसर मिला. अपने अभिनय सफर में लक्ष्मीकांत ने जितना भी काम किया, लाजवाब किया. अपने हर किरदार में वह जान फूंक देते थे. भले ही उनका किरदार फिल्म में लीड नहीं होता था, बावजूद इसके उनके किरदार की कहानी में एक अहमियत होती थी. सलमान खान के साथ फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ में लल्लू (नौकर) का किरदार निभाकर उन्होंने घर-घर अपनी पहचान बनाई थी.
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ऐसे बने थे कॉमेडी किंग
मराठी फिल्म ‘तूर तूर’ में लक्ष्मीकांत के किरदार को काफी पसंद किया गया था. अपनी कॉमेडी से उन्होंने बड़े-बड़े स्टार को मात दे दी थी. इस फिल्म के बाद ही उनकी एक्टिंग की गाड़ी को ट्रेक मिला था. इसके बाद बेर्डे मराठी सिनेमा के कॉमेडी किंग बन गए. अपने अभिनय सफर में उन्होंने फिल्मों के साथ कुछ टीवी शोज में भी काम किया. लक्ष्मीकांत ने जहां भी काम किया सफलता हासिल की. अपने मराठी और हिंदी करियर में बेर्डे ने 200 से ज्यादा फिल्में की थी.
यूं बने रातों-रात स्टार
लक्ष्मीकांत बेर्डे ने मराठी फिल्मों के बाद जब हिंदी फिल्मों के लिए काम किया तो वहां भी उन्हें सफलता मिली. साल 1989 में उन्होंने सलमान खान के साथ फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया. सूरज बड़जात्या के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया था. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंड़े लहरा दिए थे. अपने अभिनय सफर में बेर्डे ने ‘100 डेज’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘साजन’ जैसी कई सफल फिल्मों में बेहतरीन किरदार निभाए थे.
बता दें कि फिल्मों में साइड रोल में निभाकर भी लक्ष्मीकांत बेर्डे अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हो गए थे. सलमान की कई फिल्मों में वह अक्सर नौकर की भूमिका में नजर आए. उनकी कई फिल्मे तो मील का पत्थर साबित हुई इनमें ‘धूम धड़ाका’ और ‘एसी ही बनवा बनवी’ जैसी फिल्में शामिल थीं. लेकिन हिंदी सिनेमा में सफलता का परचम लहराने वाले लक्ष्मीकांत का साल 2004 में गुर्दे की बीमारी के चलते महज 50 साल की उम्र में निधन हो गया था.
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Tags: Death anniversary, Entertainment news.
FIRST PUBLISHED : December 16, 2022, 07:00 IST
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