अभिनेता ने 90 के दशक के अपने न्यूड फोटोशूट को याद किया और कहा, ‘मुश्किल फोटोशूट था, इसने मेरी जिंदगी के 14 साल बर्बाद कर दिए।’ बता दें, 1995 में मिलिंद सोमन और मधु सप्रे ने एक जूते के विज्ञापन के लिए न्यूड फोटोशूट कराया था। दोनों के इस न्यूड फोटोशूट पर काफी बवाल हुआ था।
किंग खान की फिल्म ‘पठान’ के गाने ‘बेशर्म रंग’ पर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई लोगों को गाने में दीपिका के भगवा बिकिनी पहनने से दिक्कत हो रही है तो बहुत से लोग अभिनेत्री के डांस मूव को अश्लील बता रहे हैं। गाने पर विवाद इतना बढ़ गया है कि लोगों ने फिल्म को बैन तक करने की मांग कर दी है। हालाँकि, विवाद के बीच कई हस्तियों और लोगों ने दीपिका और शाहरुख़ का आगे आकर समर्थन भी किया है, जिसमें अब सुपरमॉडल और अभिनेता मिलिंद सोमन का नाम भी जुड़ गया है। अभिनेता ने पठान कंट्रोवर्सी पर रिएक्ट करते हुए अपने न्यूड फोटोशूट का भी जिक्र किया।
‘बेशर्म रंग’ के विवादों में घिरते ही भारत में कला और अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल खड़े हुए, जिसपर टाइम्स नाउ से बात करते हुए मिलिंद सोमन ने अपनी राय रखी। मिलिंद ने कहा, ‘अदालत इसे ध्यान में रखेगी। चाहे वह कला हो या अश्लीलता इसे सुलझाना होगा। कोई भी कभी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होता है।’
अभिनेता ने 90 के दशक के अपने न्यूड फोटोशूट को याद किया और कहा, ‘मुश्किल फोटोशूट था, इसने मेरी जिंदगी के 14 साल बर्बाद कर दिए।’ बता दें, 1995 में मिलिंद सोमन और मधु सप्रे ने एक जूते के विज्ञापन के लिए न्यूड फोटोशूट कराया था। दोनों के इस न्यूड फोटोशूट पर काफी बवाल भी हुआ था। इतना ही नहीं उस दौरान मिलिंद पर केस भी दर्ज कराया गया था, जो लगभग 14 साल तक चला।
कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अमिताभ बच्चन की स्पीच का भी मिलिंद ने जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होनी चाहिए। हर किसी को अपनी मर्जी से कुछ भी कहने की आजादी है। अगर वे कुछ भी आपत्तिजनक कहते हैं तो कानून अपना काम करेगा। लेकिन हर किसी की अपनी राय होनी चाहिए।’
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