
चीन में फिलहाल कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। दुनिया की फैक्ट्री माने जाने वाले चीन की सांसें कोरोना के कारण फूल रही हैं। एप्पल की फैक्ट्री को भी कोरोना के कारण बंदी झेलनी पड़ी। इस बीच चीन की सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi की ओर से चौंकाने वाली खबर आई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चीनी स्मार्टफोन निर्माता Xiaomi ने कथित तौर पर 900 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है।
इस प्रकार आईटी की दुनिया में फेसबुक-पैरेंट मेटा, एलोन मस्क के ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब छंटनी करने वालों में Xiaomi का भी नाम जुड़ गया है। Xiaomi का यह फैसला भारत सहित दुनिया भर में मोबाइल फोन की घटती बिक्री और चीन में घटते उत्पादन के बीच आई है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Xiaomi ने आर्थिक मंदी के बीच अपने लगभग 3 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। हालांकि, कंपनी ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। नवंबर में, चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी और कम उपभोक्ता मांग के कारण सख्त प्रतिबंधों के मद्देनजर, Xiaomi ने अपनी तीसरी तिमाही के राजस्व में 9.7% की गिरावट दर्ज की थी।
20 प्रतिशत गिरी मोबाइल की बिक्री
बिक्री साल दर साल 20% गिरकर 10.31 बिलियन डॉलर हो गई। इस बीच, स्मार्टफोन राजस्व, जो कंपनी की कुल बिक्री का लगभग 60% है, साल-दर-साल 11% गिर गया। सितंबर तक कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या लगभग 35,314 थी, जिनमें से लगभग 32,000 कर्मचारी चीयना मेन लैंड में थे।
भारत में घटी सेल का असर
चीन में बड़े पैमाने पर हुई छंटनी का एक सिरा भारत से भी जुड़ता दिख रहा है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, इस साल की दूसरी तिमाही तक, Xiaomi भारत के स्मार्टफोन बाजार में अग्रणी है। इसके बाद सैमसंग का नंबर आता है। हालांकि, प्रतिद्वंद्वी वीवो (17 फीसदी) और रियलमी (16 फीसदी) रफ्तार पकड़ रहे हैं। Xiaomi इस समय कथित तौर पर कर नियामकों को चकमा देने के लिए भारत में सरकारी जांच का सामना कर रहा है।
2008 की मंदी से ज्यादा गई नौकरियां
आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल टेक कंपनियों द्वारा छंटनी 2008-2009 की वैश्विक मंदी के स्तर को पार कर गई है। एलोन मस्क ने ट्विटर के 7,500 कर्मचारियों में से लगभग 3,700 को निकाल दिया। वहीं विज्ञापन बिक्री से राजस्व में गिरावट के बीच फेसबुक पैरेंट मेटा ने लगभग 11,000 कर्मचारियों को निकाल दिया। टेक जायंट माइक्रोसॉफ्ट ने वैश्विक स्तर पर लगभग 1,000 कर्मचारियों को टीमों से निकाल दिया है।
भारतीय स्टार्टअप्स पर भी मंदी का साया
इससे पहले, कई टेक फर्मों ने घोषणा की थी कि वे भर्ती पर रोक लगा रहे हैं। इस बीच, बहुत सारे भारतीय स्टार्टअप्स ने फंडिंग फ्रीज के बीच लागत में कटौती करने के लिए वर्टिकल में नौकरियों में कमी की है। Inc42 की रिपोर्ट के अनुसार, Byju’s, Cars24, Ola, OYO, Meesho, Udaan, Unacademy और वेदांतु सहित स्टार्टअप्स ने अब तक लगभग 18,000 कर्मचारियों को निकाल दिया है।
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