
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons
प्रश्नकाल के दौरान, गोगोई ने पड़ोसी राज्यों द्वारा अतिक्रमण की गई असम की भूमि से संबंधित आंकड़ों में विसंगतियों का आरोप लगाया, जिसका बोरा जवाब दे रहे थे। जब मंत्री अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे तो गोगोई ने उन्हें टोका और आरोप लगाया कि गलत जानकारी दी जा रही है।
निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई को बुधवार को लगातार दूसरे दिन असम विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। उन्होंने सीमा क्षेत्र विकास मंत्री अतुल बोरा से बहस के बाद माफी मांगने से इनकार कर दिया था।
प्रश्नकाल के दौरान, गोगोई ने पड़ोसी राज्यों द्वारा अतिक्रमण की गई असम की भूमि से संबंधित आंकड़ों में विसंगतियों का आरोप लगाया, जिसका बोरा जवाब दे रहे थे।
जब मंत्री अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे तो गोगोई ने उन्हें टोका और आरोप लगाया कि गलत जानकारी दी जा रही है।
इसे लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हो गई।
बोरा ने टोके जाने पर आपत्ति जताई तो गोगोई अपने रुख पर अड़े रहे कि मंत्री गलत जानकारी दे रहे हैं।
एक बार गोगोई ने कुछ अपमानजनक शब्द कहा जिसपर सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी सदस्यों ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत डेमरी ने कहा, “ अखिल गोगोई, आप यह नहीं कह सकते हैं। आप (बोरा से) माफी मांगें।”
जब गोगोई ने माफी मांगने से इनकार कर दिया तो अध्यक्ष ने उन्हें पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया और मार्शल से उन्हें सदन से बाहर निकालने को कहा।
मार्शल उन्हें उठाकर बाहर ले गए।
डेमरी ने कहा, “ कोई किसी को धमकी नहीं दे सकता। मैंने उनसे (गोगोई से) माफी मांगने को कहा, लेकिन उन्होंने नहीं सुना। मैं एक व्यक्ति के लिए सदन का कामकाज नहीं रोक सकता। अगर नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो अध्यक्ष केवल एक शब्द बोलकर उनकी सदस्यता समाप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सदस्य विरोध कर सकते हैं लेकिन वह कानून के दायरे में हो।
सोमवार को भी, गोगोई को प्रश्नकाल के लिए निलंबित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराध पर चर्चा के दौरान अध्यक्ष के निर्देश को नहीं माना था।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
अन्य न्यूज़
www.prabhasakshi.com
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by The2ndPost. Publisher: www.prabhasakshi.com