फूड एक्सपर्ट न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने हाल ही में फेफड़ों के हेल्थ को बढ़ाने वाले फूड्स के बारे में बताया है। इस पोस्ट में वह लिखती हैं कि यदि आप अपने फेफड़ों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए रणनीतियों की तलाश कर रहे हैं, तो आपने धूम्रपान से बचें (या छोड़ें), अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्रों से दूर रहें और नियमित रूप से व्यायाम करें जैसे सलाह तो सुनी ही होगी। लेकिन क्या आपको पता है स्वस्थ फेफड़ों के कार्य को बढ़ावा देने के लिए सही भोजन खाना भी बहुत जरूरी है।
फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स
हल्दी

फूड एक्सपर्ट बताती हैं कि हल्दी का उपयोग अक्सर इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन यौगिक फेफड़ों के कार्य को समर्थन देने के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है।
बड़ी मिर्च

बड़ी मिर्च विटामिन सी के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक होती है। यह आपकी बॉडी में एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है, जो फेफड़ों के बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
अदरक

अदरक के नियमित सेवन से हाइपरक्सिया और सूजन के कारण हुए फेफड़ों में डैमेज को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही अदरक गाढ़े बलगम को भी तोड़ता है और इसे बॉडी से बाहर निकालने में मदद करता है।
जौ

जौ एक पौष्टिक साबुत अनाज है, जो फाइबर से भरपूर होता है। उच्च फाइबर का फेफड़ों के कार्य पर सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही ऐसे आहार फेफड़ों से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौत के जोखिम को कम कर करने मददगार साबित होते हैं।
पत्तेदार सब्जियां

पत्तेदार हरी सब्जियां जैसे पालक, केल, पत्ता गोभी कैरोटेनॉयड्स, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और विटामिन का एक समृद्ध स्रोत हैं। इन पोषक तत्वों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं, जो फेफड़ों की सूजन को कम करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
अखरोट

अखरोट में मौजूद ओमेगा -3 फैटी एसिड एंटी इंफ्लेमेटरी के रूप में कार्य करता है। जिसकी मदद से फेफड़ों में सूजन और आपकी सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है।
लहसुन

लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक एजेंट के रूप में कार्य करता है। यह श्वसन संक्रमण को दूर करने में मदद करता है, जो हमारे फेफड़ों को अवरुद्ध करता है और सांस लेने में तकलीफ, कफ को बढ़ाता है।
लहसुन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाया जाता है, जो लंग्स में सूजन को कम करके अस्थमा में सुधार करता है और फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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